भारतीय रिटेल में बड़े परिवर्तन हो रहे हैं। AI-समर्थित पर्सनलाइजेशन और ओमनीचैनल वाणिज्य रणनीतियाँ अब जीवित रहने के लिए आवश्यक हो गई हैं। रिटेलर्स अब वास्तविक समय में कस्टमर डेटा का विश्लेषण कर सकते हैं और व्यक्तिगत पसंद के अनुरूप सिफारिशें प्रदान कर सकते हैं। यह सामान्य मार्केटिंग से विशेष अनुभवों की ओर बदलाव बना रहा है, जिससे ब्रांड्स और ग्राहकों के बीच संबंध नए सिरे से बन रहे हैं।
“क्यों AI पर्सनलाइजेशन अब हर बिज़नेस के लिए ज़रूरी हो गया है”
आंकड़े एक प्रभावशाली कहानी सुनाते हैं। शोध बताता है कि पर्सनलाइजेशन में उत्कृष्टता प्राप्त करने वाले ब्रांड्स के राजस्व लक्ष्यों को पूरा करने की संभावना 48% अधिक होती है। वे कस्टमर लॉयल्टी में 71% सुधार करने की भी संभावना रखते हैं। हालांकि, कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण अंतर है। जबकि ब्रांड्स मानते हैं कि 61% टचपॉइंट्स व्यक्तिगत हैं, उपभोक्ता केवल 43% को ही व्यक्तिगत मानते हैं। यह सुधार के लिए एक स्पष्ट अवसर प्रस्तुत करता है।
भारत में, 77% खरीदार AI का उपयोग करने वाले रिटेलर्स को पसंद करते हैं जो व्यक्तिगत सिफारिशें देते हैं। मांग तत्काल और तेजी से बढ़ रही है।
“भारत में AI का बाजार पर बढ़ता प्रभाव: बिज़नेस के नए अवसर और चुनौतियां”
भारत में AI रिटेल मार्केट तेजी से वृद्धि कर रहा है। यह 2023 में USD 216.26 मिलियन से बढ़कर 2032 तक USD 2.97 बिलियन तक पहुँचने की उम्मीद है। यह वृद्धि उपभोक्ता व्यवहार में परिवर्तन से प्रेरित है, क्योंकि आधुनिक खरीदार सभी टचपॉइंट्स पर व्यक्तिगत अनुभव चाहते हैं। वे ऑनलाइन और ऑफलाइन चैनलों के बीच seamless ट्रांजिशन चाहते हैं।
भारत में ओमनीचैनल रिटेल अब सिंगल-चैनल प्रारूपों की तुलना में 50% तेजी से बढ़ रहा है। इसके अलावा, 73% उपभोक्ता खरीद निर्णय लेने से पहले कई चैनलों का उपयोग करते हैं।
“कैसे प्रमुख रिटेलर्स AI और डेटा से जीत रहे हैं बाज़ार की लड़ाई”
शीर्ष रिटेलर्स उन्नत AI समाधान लागू कर रहे हैं। वे ग्राहक की सेल्फी का उपयोग कर फेस शेप के आधार पर आईवियर की सिफारिश करते हैं और अक्सर स्क्रीन यूज़र्स के लिए ब्लू-लाइट ब्लॉक करने वाले लेंस सुझाते हैं। व्यक्तिगत उत्पाद बंडल तुरंत उपभोक्ता के फोन पर पहुँच जाते हैं। ये सिफारिशें पिछले खरीदारी से भविष्य की जरूरतों से जुड़ती हैं।
चेकआउट प्रक्रिया ग्राहक की पहचान के माध्यम से frictionless बन जाती है। Myntra इस दृष्टिकोण का उदाहरण AI उपकरण जैसे MyFashionGPT और My Stylist के साथ प्रस्तुत करता है। उनका जनरेटिव AI असिस्टेंट उपयोगकर्ताओं को प्राकृतिक भाषा प्रश्नों के साथ खरीददारी में मदद करता है। जो उपयोगकर्ता “त्योहार के लिए क्या पहनें” पूछते हैं, उनकी खरीदने की संभावना तीन गुना बढ़ जाती है।
Reliance Retail 18,650 से अधिक स्टोर के साथ एकीकृत इन्वेंट्री सिस्टम संचालित करता है। वे पूरी मूल्य श्रृंखला में AI का उपयोग करते हैं। उत्पाद सिफारिशों से लेकर डिमांड फोरकास्टिंग तक, ऑटोमेशन ग्राहक अनुभव को बढ़ाता है।
“AI से व्यापार नेताओं को मिल रहे हैं रणनीतिक लाभ: प्रतिस्पर्धा में आगे रहने का फ़ॉर्मूला”
Bengaluru में आगामी ET Soonicorns Summit 2025 इन रिटेल चुनौतियों को संबोधित करेगा। Myntra, Reliance Retail और Razorpay के उद्योग नेता AI-चालित वाणिज्य पर अंतर्दृष्टियाँ साझा करेंगे। Myntra से Venu Nair रिटेल अनुभव के तीन दशकों को साथ लाते हैं। Reliance Retail से Ankit Gupta व्यापक स्तर के संचालन को प्रबंधित करते हैं। Razorpay से Rahul Kothari seamless भुगतान अनुभवों पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
ये विशेषज्ञ फैशन ई-कॉमर्स, बड़े पैमाने के रिटेल और वित्तीय तकनीक के संगम का प्रतिनिधित्व करते हैं। उनकी रणनीतियाँ AI समाधानों को एकीकृत करती हैं जो ग्राहक संबंधों को गहरा करती हैं।
“AI युग में सफल रहने के लिए व्यापार नेताओं को क्या सीखना होगा”
सफल AI कार्यान्वयन के लिए ग्राहक टचपॉइंट्स की समझ आवश्यक है। ब्रांड्स को मोबाइल एप्स, वेब्साइट्स और भौतिक स्टोर्स सहित सभी चैनलों पर निरंतर अनुभव प्रदान करने होंगे। यह तकनीक भविष्यसूचक रिटेल अनुभवों को सक्षम बनाती है, जहां ग्राहक प्रासंगिक सिफारिशें प्राप्त करते हैं, इससे पहले कि वे खोजें। पेमेंट प्रक्रियाएँ पहचान सिस्टम के माध्यम से अदृश्य बन जाती हैं।
हालांकि, कार्यान्वयन के साथ चुनौतियाँ आती हैं। रिटेलर्स को लॉजिस्टिकल जटिलताएँ और डेटा प्राइवेसी बनाए रखना होगा। उन्हें ऑटोमेशन को मानवीय संपर्क बिंदुओं के साथ संतुलित करना होगा।
“भारत में AI का सफर और आगे का रास्ता: बिज़नेस लीडर्स के लिए सीख”
भारतीय रिटेल मार्केट के 2024 तक USD 1.4 ट्रिलियन तक पहुँचने की उम्मीद है। जो ब्रांड्स AI रिटेल का प्रभावी ढंग से उपयोग करेंगे, वे अप्रत्याशित बाजार हिस्सेदारी को कैप्चर करेंगे, जबकि जो इसे अपनाने में विफल रहेंगे, वे अप्रचलित होने का जोखिम उठाएंगे। रिटेल में AI का एकीकरण अब वैकल्पिक नहीं है। यह ग्राहक प्रतिधारण और राजस्व वृद्धि के लिए आवश्यक होता जा रहा है।
सभी चैनलों पर डेटा-संचालित पर्सनलाइजेशन प्रतिस्पर्धात्मक लाभ को परिभाषित करेगा। इन नवाचारों को अपनाने वाले रिटेलर्स को लाभ होगा। यह तकनीक न सिर्फ बढ़ते राजस्व का वादा करती है बल्कि ग्राहक संबंध में मौलिक परिवर्तन भी। भविष्य उन ब्रांड्स का है जो डिजिटल नवाचार को मानव-केंद्रित सेवा के साथ सहजता से मिश्रित कर सकते हैं।