गूगल ने लॉन्च किया Flight Deals: सस्ते हवाई टिकट खोजने का नया तरीका

Google का नया फ्लाइट डील्स टूल भारतीय यात्रियों के लिए बचत में तेज़ी ला रहा है। यह AI-संचालित सिस्टम रियल टाइम में बेहतरीन विकल्प प्रदान करता है।

गूगल ने Flight Deals नाम का नया सर्च टूल लॉन्च किया है, जो भारतीय यात्रियों के लिए सस्ते फ्लाइट टिकट ढूँढने के तरीके को बदलने का वादा करता है। यह टूल नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग और रीयल-टाइम फ्लाइट डेटा को जोड़कर लचीले यात्रियों के लिए बचत बढ़ाने का लक्ष्य रखता है।

यह नया फ़ीचर Google Flights के भीतर उपलब्ध है, जहाँ यूज़र बातचीत जैसी भाषा में अपनी यात्रा का विवरण दे सकते हैं। उदाहरण के लिए:

  • “इस सर्दी एक हफ़्ते की यात्रा ऐसे शहर में जहाँ अच्छा खाना मिले, केवल नॉन-स्टॉप फ्लाइट”
  • “10 दिन की स्की ट्रिप किसी वर्ल्ड-क्लास रिज़ॉर्ट पर जहाँ ताज़ी बर्फ हो”

Flight Deals उन यात्रियों के लिए बनाया गया है जिनका मुख्य लक्ष्य अगली यात्रा में पैसे बचाना है। अलग-अलग तारीख़ें, डेस्टिनेशन और फ़िल्टर बदलने के बजाय, आप बस वैसे ही लिख सकते हैं जैसे किसी दोस्त से बात कर रहे हों — और बाकी काम Flight Deals करेगा।” — गूगल

कंपनी ने TechCrunch को बताया कि यह टूल Gemini 2.5 का कस्टम वर्ज़न इस्तेमाल करता है। रिज़ल्ट्स को बचत प्रतिशत के आधार पर रैंक किया जाता है, जहाँ सबसे ज़्यादा बचत पहले दिखाई जाती है। अगर बचत प्रतिशत समान हो तो कम कीमत वाले टिकट को प्राथमिकता दी जाती है।

क्यों है यह लॉन्च अहम?

यह कदम दिखाता है कि गूगल अब OpenAI, Anthropic और Perplexity जैसे AI प्रतिस्पर्धियों से ट्रैवल सर्च में मुकाबला कर रहा है।

  • Booking.com, Expedia और भारत की MakeMyTrip पहले ही ऐसे फ़ीचर लॉन्च कर चुके हैं।
  • गूगल देर से आया है, लेकिन अपने बड़े स्केल की ताक़त के साथ।

यह टूल अगले हफ़्ते भारत, अमेरिका और कनाडा में बीटा वर्ज़न में शुरू होगा। यूज़र इसे Google Flights में जाकर, ऊपर-बाएँ मेन्यू पर क्लिक करके इस्तेमाल कर सकेंगे। पुराना Google Flights इंटरफ़ेस भी चालू रहेगा।

रणनीतिक बढ़त

टेस्टिंग से पता चला कि यह टूल विस्तृत और लचीली रिक्वेस्ट्स पर बेहतर काम करता है।

  • CNET ने पाया कि टैम्पा से बोस्टन के लिए तय तारीख़ पर खोज करने पर सीमित रिज़ल्ट मिले।
  • लेकिन “किसी भी तारीख़ और एयरपोर्ट” सर्च करने पर कई विकल्प सामने आए।

“जितना लचीला अनुरोध होगा, उतने बेहतर नतीजे मिलेंगे।” — CNET

यह टूल उन यात्रियों के लिए सबसे अच्छा है जो विभिन्न डेस्टिनेशनों और तारीख़ों के लिए खुले हैं। जबकि तय शेड्यूल वाले यात्रियों के लिए पारंपरिक Google Flights ज़्यादा उपयोगी रहेगा।

साथ ही, गूगल ने बेसिक इकोनॉमी टिकट्स को सर्च रिज़ल्ट से फ़िल्टर करने का विकल्प भी जोड़ा है। यह लंबे समय से यूज़र्स की नाराज़गी का कारण था, क्योंकि बेसिक इकोनॉमी और स्टैंडर्ड टिकट में अंतर साफ़ नहीं दिखता था।

जोखिम और विचार

यह लॉन्च उस समय हो रहा है जब गूगल पर ट्रैवल सर्च डॉमिनेंस को लेकर नियामकीय जाँच चल रही है।

  • यूरोपियन कमीशन जाँच रहा है कि कहीं गूगल अपने प्रोडक्ट्स को प्राथमिकता देकर प्रतिस्पर्धा को नुकसान तो नहीं पहुँचा रहा।
  • EU Digital Markets Act के तहत प्रवर्तन की तैयारी कर रहा है।

गूगल ने संकेत दिया है कि वह सर्च रिज़ल्ट्स में प्राइस-कंपैरिजन बॉक्स जोड़ने जैसे बदलाव प्रस्तावित करेगा। साथ ही, यूज़र अपने डेटा को MyActivity के ज़रिए मैनेज या डिलीट कर सकते हैं।

गूगल ने पुष्टि की है कि प्राइसिंग जानकारी एयरलाइंस और ट्रैवल कंपनियों से आने वाले रीयल-टाइम डेटा फीड से ली जाती है। कीमतें अक्सर बदलती रहती हैं, इसलिए डील्स और रैंकिंग दिन भर में बदल सकती हैं।

बिज़नेस प्रोफेशनल्स के लिए मायने

यह टूल दिखाता है कि AI कैसे ट्रैवल प्लानिंग को बदल रहा है और गूगल इस बदलाव में अपनी पकड़ बनाए रखना चाहता है।

  • ट्रैवल कंपनियों के लिए इसका मतलब है — फ़्लाइट सर्च और बुकिंग रेफ़रल में बढ़ता हुआ प्रतिस्पर्धा
  • बिज़नेस ट्रैवलर्स जो लागत में बचत चाहते हैं, वे इस लचीले सर्च से फ़ायदा उठा सकते हैं।
  • कॉरपोरेट ट्रैवल मैनेजर्स जिनकी ज़रूरतें तय और सख़्त होती हैं, उनके लिए पारंपरिक बुकिंग तरीके ही उपयुक्त रहेंगे।

गूगल का कहना है कि बीटा लॉन्च का उद्देश्य है:

“यूज़र फ़ीडबैक लेना और यह समझना कि AI ट्रैवल प्लानिंग को कैसे बेहतर बना सकता है।”

इसकी सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि यूज़र कन्वर्सेशनल सर्च को अपनाते हैं या फिर पारंपरिक फ़िल्टर-आधारित सर्च को ही प्राथमिकता देते हैं।

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